कब तक सीताएं अपमानित होती रहेंगी
कब तक द्रौपदियां कत्लेआम होती रहेंगी
कल भी लोगों के बीच ये संदेश बंटते थे
कल भी बंटता रहेगा
बेटी होना कल भी अभिशाप था
बेटी होना कल भी अभिशाप ही रहेगा
तब तक बदलाव नहीं आने वाला
जब तक मर्यादा का मतलब हर एक पुरुष न समझने वाला
#story#RIPPriyankaReddy