आनंद हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है लेकिन मनुष्य ने आनंद का वास्तविक निवास नहीं पाया है उसने इसे प्राप्त करना नहीं सीखा है और इसी कारण वह दुखी रहता है... -स्वामी मुक्तानंद ©VED PRAKASH 73 #जीवन_धारा