रंगों की कीमत बदल गयी, उसके मांग में पड़कर, उसकी जिंदगी बदल गयी।। कहते है निर्जीवों में भावना नही होती, कुछ रंगों के उड़ जाने से , किसी की आदतें बदल गयी।। लाल से शूरू हुई ज़िन्दगी की पहल, किसी की उत्तर कर उजाड़ गयी, कहते है निर्जीव कभी हम, उसकी वजह से ज़िंदगियां बदल गयी।। माथे और मांग पर लग कर वो , कभी लिंग कभी धर्म बताता है, जिसकी ज़िन्दगी से निकला, उसका नाम तक बदल गयी।। रंगों की कीमत बदल गयी।। #munasif_e_mirza #yqbaba #astheticthoughts #munasif_life #sanchal #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़