नई कलियां नए फूल हर रोज खिलेंगे, देखने को तुम्हे नयन मेरे कब तक तरसेंगे! होगा मिलन अपना भी एक दिन, जब मिटाकर ये दूरियां हम तुम एक दूजे से मिलेंगे!! ©अभिषेक दांगी ठाकुर Pooja Rajbhar Bhavana Pandey My_Words✍✍ Mukesh More Crazy love