खामोशी,,,,,,,,, बहुत रोचक शब्द लगभग हर कलमकार/मुहोब्बत के दिवानो आदि की पसंद का पहला शब्द होता है,,,,,,,,,,, खामोश रहना अच्छा है लेकिन हर बार नही,,,, क्योकि आपकी जरुरत से ज्यादा खामोशी भी आपकी प्रतिभा का हनन कर देती है,,,,,,,,,,आपका हुनर छुप ना आप की खामोश रहने की प्रवृति है,,,,,,,,
अक्सर,,,, आपके पास मौके आते है लेकिन आप खामोशी साध लेते हो इस कारण वह मौका हाथों से निकल जाता है,,,,अब हमे यह समझ होनी चाहिये की खामोशी कब तक व कहाँ रखनी चाहिये,,,,, बिल्कुल निठ्ठले बनकर रहना आप का ह्रास है,,,,,,,,