बरसती जहाँ नैमते है खुदा की, मसानों में देखो, वो रहते वहाँ है। इस शेर का सार ये है कि जिसे मौत मिल गई, उसे मुक्ती, यानी खुदा की नैमत, मिल गई। बनती ग़ज़ल का एक शेर है। © इकराश़ #YqBaba #YqDidi #इकराश़नामा #शेर #ग़ज़ल #Ghazal #Sher