फूल जैसा था वह शख़्स हर किसी के प्यार को देख के उसका दिल भी मचलता था प्यार में टूटा था वह इसलिए जमानें से रूठा था रात के अंधेरों में रोता था बारिश के मौसम में किसी के यादों में खोता था यादें इतना तड़पती थी पागल पन से हद तक गुजर जाती थी बस एक शख़्स का बार बार नाम लेता था उसको क्यूँ नही भूल पाता था शायद जिसें प्यार किया था जिसकें लिए सब कुछ किया था वह शख़्स तो बेवफ़ा निकला था अब तो फूल ही फूल नज़र आते हैं एक बार प्यार में धोखा मिलने के बाद अब ये दिल किसी के लिए भी प्यार के गीत नही गाते हैं Date 1/07/2021 Time 3 :45pm day Thursday ©mysterious boy #OneSeason #love #SAD #hindipoetry #nojotonews #Flower #byaks2021 Babita Kumari अर्श Manzoor Alam Delhi