एक और एक मिलकर दो हो जाएँ तो यह गणित है एक और एक मिलकर ग्यारह हो जाएँ तो यह संगठन है एक और एक मिलकर एक ही रहें तो यह प्यार है। एक और एक मिलकर शून्य हो जाए तो यह अध्यात्म है एक को एक से मिलने ही न दिया जाए तो यह कूटनीति है एक को एक के विरुद्ध खड़ा कर दिया जाए तो यह राजनीति है। ©Sujeet Banshiwal #phool एक और एक मिलकर दो हो जाएँ तो यह गणित है एक और एक मिलकर ग्यारह हो जाएँ तो यह संगठन है एक और एक मिलकर एक ही रहें तो यह प्यार है। एक और एक मिलकर शून्य हो जाए तो यह अध्यात्म है