नफरत का रंग इस कद्र चढ़ने लगा है, इंसा ही इंसा को कत्ल करने लगा है//१ सारे जहा को भी साफ दिखने लगा है अब चुनावी बिगुल बजने लगा है//२ कट्टरता से देश रंगने लगा है, कि इबादतो में दखल पड़ने लगा है//३ रहनुमाओं को फिर से लगने लगा है कि सिक्का हमारा चलने लगा है//४ जहर फिजाओं में घुलने लगा है, कि रिआया को भी अब समझ आने लगा है//५ सरमाया दलों में तकसीम होने लगा है, गरीब आहों फुगा करने लगा है//६ "शमा"इंसाफ और आईन कटपुतली हुए है, देखिए,जल्लाद खुद मुंसिफ बनने लगा है//७ शमीम अख्तर/shamawrites ✍️ ©shama write #Dark#Nojotowrite#shamawrites#मेरी_कलम_से#दिल_की_बात NIKHAT نکہت خان सत्य MM Mumtaz Sahib khan صاحب خان sk manjur shahnawaz nazar official qais majaaz 03 master Neetu Sharma dhyan mira Anshu writer Nadeem Hameed Tarique Usmani Tariq Shah TARIQ HASSAN KHAN Swati Mungal Swati Tyagi