बीते लम्हे याद आते हैं कभी तड़पाते कभी रुलाते हैं कभी लबों पर हँसी लाते हैं बीते लम्हे कभी लौट कर नहीं आते हैं जो गुज़र गए बीते लम्हे वो नहीं होंगे वापस सूखे फूल कभी फिर खिल नहीं सकते वापस वक्त के साथ नई दुनिया बसाने की चाहत की दिल के पुराने दहलीज़ को सुना छोड़ आए हैं बीते लम्हे में एक दुनिया छोड़ आए हैं तुम्हारे यादें जो आज ज़िंदा हैं उतना अपने को पीछे छोड़ आए हैं कभी बीते लम्हो में याद आए हमारी हमारी जीवन की किताब देख लेना उसमें बीते हुए कल का पन्ने पलट के देखोगे तो यूँहीं किसी पन्ने पर मुस्कुराते हुए मिल जायेंगे एक अरसा हो गया है मुस्कुराए हुए यह वक्त याद दिलाता कैसे मुस्कुराते थे भूल गए हैं दिल आज ढूंँढता बहाने मुस्कुराने के ♥️ Challenge-767 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।