रंग और रूप एक जगह ऐसी भी है। जहां सच्ची नियत देखी है। किसी के लिए छोड़ दे जहां मैने वो शिद्त देखी है । आज मै अनाथआलय गई हुं सच कहू मैने आज इन्सान्यित देखी है।।। inshaniyat dekhi hai