राम सकल ,आधार,ससारा, नाम अखिल आराम हमारा, दुःखसे भरा जब मन ही हमारा, राम मिले संजिवन ही पिराया दुर्गुण चाहे हो काम अरु क्रोधा, राम करें संयम ही मन हमारा, सांस सकल है, ब्रह्म नियारा राम अहम,सोहम है पियारा राम जिवन है, राम स्मरण है, राम मरण से, उद्धार हमारा, राम ही भीतर,राम ही बाहर, राम शरण आनंद उगारा. ©Mohanbhai आनंद राम सकल ,आधार,ससारा, नाम अखिल आराम हमारा, दुःखसे भरा जब मन ही हमारा, राम मिले संजिवन ही पिराया दुर्गुण चाहे हो काम अरु क्रोधा, राम करें संयम ही मन हमारा,