घर की वीरानी आशय पहचानी कुठारघात से सेंध अथक पुरानी हो कदाचित यह सृष्टि अनजानी पर कुन्दता इसकी घरेलू कहानी मन आहत होता सघन मनमानी स्वजन वर्ताव करते जब बेगानी घर की वीरानी कठिन है सुनानी आपबीती कुसंस्कार है पहचानी अपनों पर अंगुली उठाना कटु अनुभव है।। घर की वीरानी हमसे पूछा करती है... #घरकीवीरानी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #life #poetry