अगर गूगल न होता तोह अगर गूगल नहीं होता तो हम अपने उन दिनों चले जाते जहा हमरे सारे सवालों का जवाब बुजुर्गो से मिल जाते। आज क्यों हम अपनी बुजुर्गो की कही बातों अनदेखा करते है जबकि हमे सारे सवालों का जवाब यही से तो मिल जाते ह! जो ज्ञान हमारे बुजोर्गो के पास गूगल के पास नहीं है!