कडी धूप सा जीवन मेरा, ठण्डी-ठण्डी छाया हो तुम में हाला प्याला पीने वाला, मधुशाला की साकी हो तुम जिसे में लिखता,पढता हूँ, प्रेम की पावन कविता हो तुम मे हूँ ततुम्हारा प्रेम दीवाना, प्रेम की अविरल धारा हो तुम प्रेम की अविरल धारा हो तुम #shaukeenshayar