बैठा हु आज तुम्हारे कमरे मे,
तुझे छोड़ हर चीज वहा पाई है ।।
हर दिन की तरह वहा आज भी मेरे रूह की घुटन,
को ठीक हमनेसामने पाई है।।
माँ आज तुम्हारी बहुत याद आई है !!
माँ तुम बिन मुझे इस घर की अब वीरानगी खाये जाती
ये दुनिया तेरे बेटे को कितना सताई है !!
माँ ये कौन-सी दुनिया में खो गई है तू !! #Life