आज मैं छोड़ चला अपना शहर बसने तेरे गाँव में मेरी बुद्धि हुई है भ्रष्ट के अब क्यों करना जग को देखने के काम में तुम्हारा ख्याल जैसे प्यार का वो अटूट बंधन है अब मेरा ख्याल भी हो जैसे तुम्हारा ख्याल हो जैसे #yosimwrimo में आज लिखें। #तुम्हाराख़याल इसके क्या-क्या रूप हैं। #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi