चाहत का वो भी एक दौर निराला था जब वो सिर्फ हमारा है चाहने वाला था वक़्त ऐसा बदला दोस्तों अब चाहत कोई ओर है ये खुद उसकी आंखों ने हमे बताया था आंखें कभी झूठ नहीं बोलती .,*ओर कोई सच नहीं बोलता