Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुंह बिचकाए बाल बिखराए भवों पर दिए तान है, कुछ झुर

मुंह बिचकाए बाल बिखराए
भवों पर दिए तान है,
कुछ झुरमुट से लटके झटके
 कर कमलों से काया पलटने
   का लिए औजार है
यह हुस्न का झूठा बाज़ार है।

©लेखक ओझा
  हुस्न का झूठा बाज़ार है…

हुस्न का झूठा बाज़ार है… #Shayari

129 Views