तेरी फोटो पड़ीं है जो ली थी खाना खिलाते वक्त तुमने मन्दिर की सीढ़ियां चढ़ते साथ रहने के लिए धागा बांधते प्रेम मन्दिर की वो राधा जी के साथ उन अठखेलियाँ करती गोपियों के साथ और वो आरती के वक्त हिलता त्रिशूल वो तो चमत्कारिक था वो 'मीराबाई' के छंद पढ़ते हुए कालिका देवी की परिक्रमा में सिक्के चिपकते हुए 'पद्मावती' के महल में हवा खाते हुए स्नानागार में नहाते हुए रहने देता हूँ दिल के किसी कोंने में पोटली खुल गई तो नींद उड़ जाएगी और तू तू तो खैर दो दिन वाद विदा हो ही जाएगी। खुश रहना आवाद रहना मेरे दिल से यही दुआ आएगी। ...... ....... दिल से पूरी तरह नहीं निकल पाते हैं कुछ लोग। #दिलकेकोनेमें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi जी .... 'प्रेम' न कम होता है न खत्म होता है जींवन के हर मोड़ पे और अधिक बढ़ता रहता है ।