तुम्हारे आने से क्या हुआ कुछ भी तो नहीं, बस सड़क बन गई गुलाब सी, महफिल जम गई ख़्वाब सी, मेरी जिंदगी बनी किताब सी, मुझे तुम जब मिली खिताब सी, मैने सांसें थामली आब सी, लेकिन जज़्बात नही छिपा सका मैं क्यूंकि मेरी धड़कन बढ़ी जवाब सी, मन हलचल हुई बेताब सी, और मेरे चांद से शीतल दिल में इश्क की लपटें उठीं आफताब सी| ©Pradyumna sharma #Happychocolateday #pradyumnasharma