अब तन्हा है ऐ दिन तू मेरी तरह खामोशी चाँदनी की बरकरार है अब भी गायब है लेकिन शोर दोपहर का भागती सुबह थम सी गईं हैं उदास दोपहर सुनसान हैं शामें रात को अब सब जाग रही हैं वो जो थक कर सोती थीं आँखें आओ आज मैं तुम्हें सिखा दूँ तन्हा कैसे लेते हैं साँसें #रातकाअफ़साना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #366days366quotes #writingresolution #day93