फिर से मुझे सताने मत आना , फिर वो चेहरा दिखाने मत आना , जज्बात तो मुझमें भी है कई सारे , पर अपनी अब सुनाने मत आना , फिर से दिल बहलाने मत आना , फिर से अपना बनाने मत आना ।। ©prachi shukla........@assuu fir se apna banane mat aana.........#vochai #InternationalTeaDay