दिल चाहता है, सारी रात लिखती जाऊँ। अपनी उदासी इन शब्दों में भरती जाऊँ।। तन्हा रात के अंधेरो को। अपनी कलम से सजाऊँ।। दिल चाहता हैं, सारी रात रोती जाऊँ। अपनी हर बात तुझे बताऊँ रोती हुई रातों की सिसकियां तुझे सुनाऊँ।। चाहत दिल चाहता है।