आंखों में जो तुम्हारे पड़ गई ये मजहबी जाली है। वो असल में वतन पर सियासी चाल है, तोहमत है, इक बदनुमा गाली है।। आंखों में जो तुम्हारे पड़ गई ये मजहबी जाली है। वो असल में वतन पर सियासी चाल है, तोहमत है, इक बदनुमा गाली है।। #thought #insta #poetry #nojotohindi