आज विश्व पुरुष दिवस है। विडंबना के साथ-साथ विश्व शौचालय दिवस भी है। अब आप समझ सकते हैं कि पुरुष कितने दुखी होते हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि पुरुष प्रधान समाज शब्द की आड़ में कितने पुरुषों को दंडित किया जाता है। लेकिन असली परेशानी पुरुषों की है। सबसे विकट समस्या पुरुषों की होती है । जब टीवी धारावाहिकों में बहू की चौथी शादी की विदाई पर महिलाएं भावुक हो रही होती है , तो पुरुष स्वयं के मन से द्वंद करता है । सोने की कीमतें गिरती हैं या शॉपिंग की कीमतें घटती या बढ़ती हैं, इसका असर पुरुषों पर होता है। #nojotohindi#nojotowriters#nojotonews#internationalmensday#KRP#DeadManWalkingHellValley