White इंसान बहुत कुछ बोल देता है ग़ुस्से में या नाराज़गी में लेकिन इसका मतलब ये नहीं होता कि, अपनी कही हुई हर बात पर ख़ुद वो इंसान अमल करता है, और ना ही ये मतलब होता है कि, ग़ुस्से और नाराज़गी में कही गई किसी और की भी हर बात पर यक़ीन कर लिया जाए और यक़ीन कर के फ़िर उन बातों पर अमल भी कर लिया जाए । जिन्हें आप जानते ही नहीं उनकी बात और है लेकिन कम से कम उन लोगों के मामले में तो आप ज़रा सब्र से और समझदारी से काम ले ही सकते हैं जिन्हें आप इक बहुत लंबे अर्से से जानते हैं। ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #understanding #nojotohindi #Quotes #21Jan