" आख़िर क्यों.... " क्या वाक़ई ज़मीं पर मिला करते हैं, वो रिश्ते जो हम लकीरों में ढूंढा करते हैं, ऐसा होता हैं अगर हक़ीक़त में यहाँ, तो फिर क्यों हाथों से हाथ छूटा करते हैं, कह देते हो गर ख़ुदा की ये मुमकीन नहीं, तो भला क्यों इन लकीरों में उतरा करते हैं, क्या वाक़ई ज़मीं पर मिला करते हैं, वो रिश्ते जो हम लकीरों में ढूंढा करते हैं....!! #aakhirkyun #khayal #nojoto