अचानक बदला जगत सारा ,बदले सारे नज़ारे। मंदिर मस्जिद या गुरुद्वारे, बंद पड़े सारे के सारे। सूना सूना आंगन , हैं गलिया सूनी सूनी नहीं सगा अब कोई अपना , न लोग बचे हमारे , अचानक बदला ................................. व्यापक शांति चहु ओर, जैसे ढक गए मेघ से तारे। आशियाने आज हमारे , हैं बने हुए तैखाने। खेल रहा है खेल ईश्वर ,या खेल खेलते शासक , तानाशाहों के चक्कर में, हम फसे हुए बेचारे। अचानक बदला ................................. तानाशाहों का lockdown