जनवरी की ठंड न हो जिसमे, अधूरे वादे न हो। वो इश्क़ ही क्या जिसमे चाय से जुडी यादे न हो।। सावण की बारिश ना हो, मचलते इरादे ना हो। वो इश्क़ ही क्या जिसमे चाय से जुडी यादे न हो।। फाल्गुन की महक ना हो, ज्येष्ठ की आग ना हो। जुदाई में जलते दो जिश्मों पर मोहब्बत की आब न हो। मंदिरों की पूजा न हो, मज़ारों की मुरादे न हो वो इश्क़ ही क्या जिसमे चाय से जुडी यादे न हो।। #NojotoQuote वो इश्क़ ही क्या #hindipoetry #nojotohindi #nojoto #love #shayri #romantic #poem #poetry