Nojoto: Largest Storytelling Platform

_*सुबह - सुबह खुले आसमान के नीचे बैठा मैं सोच रहा

_*सुबह - सुबह खुले आसमान के नीचे बैठा मैं सोच रहा हूं कि जिन्दगी जब थोड़ी- थोड़ी समझ आने लगती है तब हम बात - बात पर बेचैन नहीं होते बल्कि जल्दबाजी के बजाए सब्र रख लेते हैं। सब्र में शांति है, सुकून है,एक ठहराव है। ख़ुद पर अगर यकीन हो तो हर वो चीज़ हासिल की जा सकती है जिसका हम सपना देखते हैं।💥💯✅*_
💥💯✅😌🙏🏻*_

©Aryan Singh
  #snow
aryansingh9168

Aryan Singh

Bronze Star
New Creator

#snow #लव

125 Views