सुरीली तान तू !मैं, बेसुरी आवाज हूँ कान्हा! चरम उत्कर्ष है तू! मैं, महज आगाज़ हूँ कान्हा! तेरी नजरे निकष पर जब, रखा कर्मों को तो पाया, भक्त बनता हूँ पर, अधमों का, मैं सरताज हूँ कान्हा!! ✍परेशान✍ ©Jitendra Singh #अहा!सांवरे Mukesh Rawat Chaudhary Sr Chaudhary S k pareek Tulsi Ram Yadaw Dharmendra Singh