Nojoto: Largest Storytelling Platform

चैन की नींद आना भी शायरों के लिए किसी दर्द से कम न

चैन की नींद आना भी शायरों के लिए किसी दर्द से कम नहीं।

आज सोया था मैं चैन से कि 
सुबह सुकून से भरा दिन होगा।

दिन भी उगा सुकून भी मिला पर 
खफा सा था कोई और मुझ से ..!!

लिखने जब बैठा मैं शब्द रूठा,
पेन रूठा और तो और डायरी ने 
भी मुझसे मुंह था मोड़ा।



डायरी:-   सुकून को ढूंढने आया है 
               तो यहां क्या लेने आया है?

सुकून चाहिए तो मैं न मिलूंगा
मैं चाहिए तो सुकून ना मिलेगा।

©NIDHI
  चैन की नींद आना भी शायरों के लिए किसी दर्द से कम नहीं।

आज सोया था मैं चैन से कि 
सुबह सुकून से भरा दिन होगा।

दिन भी उगा सुकून भी मिला पर 
खफा सा था कोई और मुझ से ..!!
nidhi3690378881084

Nidhi Gaura

Gold Star
Super Creator

चैन की नींद आना भी शायरों के लिए किसी दर्द से कम नहीं। आज सोया था मैं चैन से कि सुबह सुकून से भरा दिन होगा। दिन भी उगा सुकून भी मिला पर खफा सा था कोई और मुझ से ..!! #Trending #SAD #nojotohindi #shyari

3,012 Views