जिदगी लगे जन्नत सी दुनिया लगे मन्नत सी सजदे मे थे जो सर झुकाये दुआ लगे कबूल सी रखना सहेज कर ये खुशिया जैसे दिल मे धड़कन सी ©Neha gupta # betiya