ये मरासिम, ये दुनिया के रिश्ते , कब बदल जायें,हो जायें किसके ,.. चाहतों पे यकीं अब न करना .. दिल के बाज़ार होते हैं सस्ते .. वो सितमगर न मिलता हमें गर.. उम्र भर हम सितम न समझते ... बस तकल्लुफ से करते हैं बातें .. दर्द देते नहीं वो झिझकते.... काश वो पास आया न होता ... खुद से भी हम कभी न बिछडते ... अब्र से प्यास बुझती अगर तो... अश्क आँखों से गिरते न थकते ... बस वही शख्स बेदर्द निकला... दर्द जिससे न थे मेरे छुपते ... #aliem #marasim #yaqin #dil_k_baazaar #sitamgar #bedard_log