निहारे मान देकर के ऐसी हर आंख हो जाये बहन पत्नी व माँ जैसी सभी की शाख हो जाये प्रभू फिर भी कोई रावण बचे धरती पे बाक़ी तो नजर भर देख ले नारी कुकर्मी राख हो जाये #womanday