काश मुमकिन होता बना के दो हासिये ज़िन्दगी के बीन देता उलझने तुम्हारी बीन देता वो राहें जो पलक झपके उलझ गयी थीं सरगोशी में... छुप जातीं उतर के खलाओं से जब बारिशें तुम्हे दिखाता झलकती मद्धम रौशनी जो कुछ देर तक थी बुझते चिराग के नीचे उस बहकी सी ख़ामोशी में... काश मुमकिन होता !! चुराकर सपने अपनी आँखों के डाल देता तुम्हारी नींदों में और ले जाता उन खुशियों के मेले में जहां अक्सर मैं ख्वाबों में जाया करता हूँ... काश मुमकिन होता !! -Gaurav iit #काश_ऐसा_होता #yqbaba #nojotoquote #nojotopoetry #nojotophoto #nojotoLove #nojotonazm #Nojoto