कोई कविता नहीं लिखी गई है महज मेरे दुख़ व क्रोध हैं,खुद को रोक नहीं पाई और चंद पंक्तियां लिखी हूं। ख़ुद को लाचार, बेबस महसूस कर रही हूं कि अपने देश को बचाने के लिए घर में रहने के सिवा और कुछ नहीं कर पा रही हूं।और जिनके पास सत्ता है वो आत्मुग्धता के मारे हैं।अब तो वाकय इन मामलों पर उदासीन रहने का मन करता है,क्या होगा चीख - चिल्ला के कौन सुनेगा हमारी?😓 बहुत भारी मन से ये लिखी हूं और अच्छा तो बिल्कुल नहीं लग रहा है कि इतने दिन के बाद गर कुछ लिखूं तो वो मेरे आंसू लिखवाए।😥 (संभवतः काफी त्रुटियां होंगी,कृपया साहित्य से जोड़ कर न देखें।🙏)
मैं ठीक हूं, अपना ख्याल रख रही हूं...आशा करती हूं आप लोग भी स्वस्थ होंगे और इस कठिन परिस्थिति से निपटने के लिए खुद को सक्षम कर लिए होंगे। धन्यवाद.
#stayhome#staysafe#BiharPolitics#nitishkumar#corona_awareness#yqdidi#jhapost#नवरूप