राधाकृष्ण की भाँति अमर रहे हमारा प्यार युगों युगों तक याद करता रहे सारा संसार मैं बंसी तेरे अधरों की तू कान्हा बंसी बजैइया प्रेम-सागर की मैं नैया बनूँ, तू रहे मेरा खिवैया तुमसे जुड़े नाम यही मेरे मन की अभिलाषा सुन ना.! क्या पूरी होगी मन की अभिलाषा..? राधाकृष्ण की भाँति अमर रहे हमारा प्यार युगों युगों तक याद करता रहे सारा संसार मैं बंसी तेरे अधरों की तू कान्हा बंसी बजैइया प्रेम-सागर की मैं नैया बनूँ, तू रहे मेरा खिवैया तुमसे जुड़े नाम यही मेरे मन की अभिलाषा सुन ना.! क्या पूरी होगी मन की अभिलाषा..?