कोई तन्हा तो कोई ख़फ़ा बैठा है हर कोई दूसरों से आस लगाए बैठा है ख़ुद का कोई पता नही है मग़र दूसरों का आशियां बनाए जा रहा है ©Pavitra Sutparai Magar #Lapata