छोड़ न यार क्या होगा करके इज़हार।। यहाँ सुनते समझते हुए भी सब, बस करेंगे बातों का व्यापार।। दिल की बातों को रख संभाल, दुनिया देगी उसे व्यंग में उछाल।। न दोस्त कोई न कोई रिश्तेदार, तेरा तूझको ही बनना है अब मददगार।। छोड़ न यार,,,,, ✍रिमझिम कश्यप #Hope #Shayari #rimjhimkashyap #neverleavehope#trustonlyonyourself#Behelpful