बुर्दबारी उनकी भी काबिल-ए-तारीफ़ है हमसे नजरें मिलाई ही नहीं मेरे जिन लतीफों से महफिल गूंज उठी उन पर वो मुस्कुराई भी नहीं उनके तजाहुल की भी इंतेहा है जनाब अपने दिल की बात बताई भी नहीं उनसे ही वाबस्ता मेरी हर नज़्म हर कलम हिज्र में हमने फिर वो सुनाई भी नहीं #सौभाग्य बुर्दबारी = Patience/धैर्य वाबस्ता = Related/जुड़ा हुआ तजाहुल = Ignore/अनदेखा करना #love #hearts #सौभाग्य #urdu