सुनो! फरमान सुनाना बंद करो कि "मेरा इंतज़ार मत करना".. चातक हूं मैं.. नक्षत्र स्वाति संग बूंदों से प्यास बुझाऊं वरना ये कंठ सूखा ही भाता मुझको.. Case closed! चातक एक ऐसा पक्षी है जिसके बारे में कहा जाता है कि वह साल भर पानी के लिए व्रत रखता है और सिर्फ स्वाति नक्षत्र में बरसने वाले पानी से ही अपनी प्यास बुझाता है। अगर यह नक्षत्र बिन बरसे चला जाए तो यह पक्षी साल भर पानी पीये बिना रहता है। इसी तरह कुछ लोग या चीज़े ऐसी होती हैं जिनकी जगह कोई नहीं ले सकता..बस उनसे सुकून मिलता है कोई replacement नहीं होता उनका जैसे मां, मां के हाथ का खाना, बचपन का कोई जिगरी यार या कोई आत्मा से जुड़ा प्यार सबकी अपनी importance है ज़िन्दगी में। नोट : चातक पक्षी के लिए ये निर्जला व्रत स्वाति नक्षत्र में पानी से उसी तरह टूटता है जिस तरह महिलाएं चांद देख कर करवाचौथ का व्रत तोड़ती हैं बस फर्क ये है कि ये व्रत एकदिन का होता है और चातक का एक वर्ष या उससे भी अधिक कोई समय सीमा नहीं तो जो करवा चौथ का व्रत करके बोलती हैं कि बहुत बड़ा त्याग किया उनको बधाई😁 #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqdidihindi #hindiquotes #चातक #yqhindishayari #yqtales