ये दुनिया कभी तेरी नही होगी,,, तू चाहे पूरी जिंदगी लुटा दे.... अगर जीना ही चाहता है तो... अपनी दुनिया अलग बसा ले।। जिसमे तेरे उसूल हो,, जिसमे तेरी खुशी हो,,,, तू आजाद हो जिसमे पंछी की तरह।। सच कहूँ तो,,, तू दुनिया की चिंता छोड़,,, और अपनी दुनिया को मौज बना ले।।