Book quotes मुक्तक बाबा तुलसी के कर कमलों ने रामायण रच डाली थी। राघव ने पाप मिटाने को लंका विध्वंस कर डाली थी। प्राण बचाने लखन लाल के हनुमत पल में बूटी लाए। भ्रात प्रेम में भरत ने आकर राज्य को ठोकर मारी थी ©Dr Nutan Sharma Naval #मुक्तक_श्रृंखला