सरलता में ही धर्म टीका हुआ हैं। सरल भाषा सरल हृदय सरल आत्मा सरल वचन सरल व्यवहार सरल भाव ....मेरे गुरु मां पूज्य श्री चैतन्य श्री जी ©Naveen Bothra #Art आज का विचार