तुम्हारी नज़र क्यों खफ़ा हो गई खता बख्श दो गर खता हो गई हमारा इरादा तो कुछ भी न था तुम्हारी खता खुद सज़ा हो गई Amna Ch Ruchi Mishra✍️ (Titli 🦋🌹)