दिन ब दिन बढ़ता हुआ फ़ासला कौन जाने कैसा ये सिलसिला रिश्ते जो बंधे एक नाज़ुक डोर से अक्सर ख़ुद–ब–ख़ुद दूरी बढ़ने से टूट ही जाते है दिन ब दिन बढ़ता हुआ ये फ़ासला, कौन जाने कैसा है ये सिलसिला... #दिनबदिन #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi