#हां_मुझे_इश्क़_है.. तुम्हारे काले घुंघराले बाल से, तुम्हारे गुड्डा - गुड़िया वाले रुमाल से , तुम्हारे धूप में होते उस लाल गाल से । हां मुझे इश्क़ है....... तुम्हारे हर उस शक भरे सवाल से , तुम्हारे उस बेमतलब के बवाल से , तुम्हारे गुस्से के बाद उस मलाल से m हां मुझे इश्क़ है...... तुम्हारे दुपट्टे के हर एक छोर से , तुम्हारे गले में पड़ी उस काली डोर से , तुम्हारे नैनों के उस गुलाबी कोर से , तुम्हारे दिल के उस मनचले शोर से । हां मुझे इश्क़ है........ तुम्हारे साथ गुज़रे उस सफर से , तुम्हारे अब तक के प्यार के असर से , तुम्हारे बुढ़ापे में झुकी अब उस कमर से , तुम्हारे प्यार में जो पी सकते थे उस ज़हर से । हां मुझे इश्क़ है......... हां मुझे इश्क़ है ।। #हां_मुझे_इश्क़_है.. तुम्हारे काले घुंघराले बाल से, तुम्हारे गुड्डा - गुड़िया वाले रुमाल से , तुम्हारे धूप में होते उस लाल गाल से । हां मुझे इश्क़ है....... तुम्हारे हर उस शक भरे सवाल से ,