वो पूछे... प्रेम मेरा कहां अवस्थित ? (शेष प्रेम अनुशीर्षक में.....)— % & वो पूछे प्रेम तुम्हारा कहां अवस्थित ? मैं जितना भी सोचूं मगर कहां प्रेम का स्थान बताऊं वैसे तो हर जगह है भरी-भरी और वैसे हर जगह रिक्तता ही पाऊं !